पतझड़ था, पत्तियां झड़ गयीं थीं शाखों पर सिर्फ कांटे थे टेढ़े,मेढ़े नुकीले नुकीले। पतझड़ था, पत्तियां झड़ गयीं थीं शाखों पर सिर्फ कांटे थे टेढ़े,मेढ़े नुक...
अस्तित्व क्या ? तेरे जीवन में मेरा !! एहसास तुझे भी हुआ , और मुझे भी , अस्तित्व क्या ? तेरे जीवन में मेरा !! एहसास तुझे भी हुआ , और मुझे भी ,
"दुनिया के अगर सभी बर्तन मिल जाएं तो हम भूख को हरा सकते हैं" "दुनिया के अगर सभी बर्तन मिल जाएं तो हम भूख को हरा सकते हैं"
जो मिलते थे चुपके से भरी दुपहरी में, मै सूर्य के प्रकाश, तुम शीतल पुरवाई बनकर। जो मिलते थे चुपके से भरी दुपहरी में, मै सूर्य के प्रकाश, तुम शीतल पुरवाई बनकर...
हाथ पैर चलते ही भगवान दोनों को संसार से एक साथ उठाले। हाथ पैर चलते ही भगवान दोनों को संसार से एक साथ उठाले।
ख़ुद को बचाऐ रखने के लिऐ ख़ुद को बचाऐ रखने के लिऐ